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मानवता से बड़ा कोई जाती और धर्म नहीं -पुलिस आयुक्त

दीप जलाते सीपी, मिसेस सीपी और अमरासोता फाड़ी प्रभारी

पुलिस ने 1800 सौ महिलाओं को वस्त्र वितरण किये

आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के रानीगंज थानांतर्गत अमरासोता फांड़ी (पंजाबी मोड़) की ओर वस्त्र वितरण अनुष्ठान का आयोजन रविवार को सियारसोल गर्ल्स हाई स्कूल के समक्ष किया गया. इस दौरान करीब 1800 सौ महिलाओं को दुर्गापूजा के उपलक्ष्य पर नयी साड़ी वितरण की गई. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के पुलिस आयुक्त लक्ष्मी नारायण मीणा, उनकी पत्नी तृप्ति मीणा उपस्थित थी. साथ ही रानीगंज थाना प्रभारी सुब्रत घोष, अमरासोता फांड़ी प्रभारी मैनुल हक़, निमचा फांड़ी प्रभारी विजय दलपति,बल्लवपुर फांड़ी प्रभारी रंजीत विश्वास समेत अन्य पुलिस अधिकारी व कर्मी मौजूद थे.

दुर्गोत्सव महिला शक्ति को दर्शाता है

कार्यक्रम की शुरूआत पुलिस आयुक्त लक्ष्मी नारायण मीणा एवं उनकी पत्नी तृप्ति मीणा ने दीप-प्रज्ज्वलित कर किया. इस दौरान सीपी एलएन मीणा और मिसेस सीपी तृप्ति मीणा ने अपने वक्तव्य में मानवता को सर्वोपरी बताते हुआ कहा कि जाट-पात, धर्म-मजहब से बड़ा इंसानियत है. क्योंकि मुस्लिम इंशा अल्लाह और हिन्दू नर-नारायण शब्द का उच्चारण करता है, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है कि मानवता ही सबकुछ है, मनुष्य ने ही यह सब निर्माण किया है. उन्होंने कहा कि दुर्गापूजा बंगाल की प्रमुख पूजा है, यह पूजा महिला शक्ति को दर्शाता है. इसे ध्यान में रखकर ही आज पुलिस-प्रशासन द्वारा इतनी सारी माताओ को नए वस्त्र उपहार स्वरूप प्रदान कर रहा है. ताकि सभी ख़ुशी-ख़ुशी इस त्यौहार को मन सके. उन्होंने कहा कि एक महिला में ममता, प्रेम, मातृत्व की शक्ति निहित है और ये प्रतिक है इस बात की कि महिलाओं के बगैर संसार की कल्पना नहीं कि जा सकती है.

बहु-बेटी का सम्मान करे

उन्होंने कहा कि आज पुलिस-प्रशासन द्वारा सेफ ड्राइव- सेव लाइफ के तहत यातायात जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है और ये कार्यक्रम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की दें है. सुश्री बनर्जी ने यहाँ महसूस किया किया की एक दुर्घटना में कई लोगों को समस्या उत्पन्न होती है, क्योंकि मुख्यमंत्री भी महिला है और एक महिला ही इतनी भावुकता को महसूस कर सकती है. उन्होंने उपस्थित महिलाओं से विनती किया कि आपलोग अपनी बहु- बेटी का सम्मान करे, क्योंकि एक नारी ही दूसरी नारी पर अधिक अत्याचार करती है और यदि नारी खुश नहीं रहेगी तो घर- परिवार भी बिखर जायेगा, जबकि महिलायें यदि जागरूक, शिक्षित और समझदार होगी तो घर क्या देश भी उन्नती करेगा. इस कार्यक्रम और वक्तव्य ने उपस्थित लोगों को ख़ुशी, सम्मान और उर्जा प्रदान करने का कार्य किया.

Last updated: अक्टूबर 7th, 2018 by Raniganj correspondent