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आजसु जिलाध्यक्ष के मामा का डेको आउटसोर्सिंग कम्पनी में कार्य के दौरान मौत

लोयाबाद। आजसु जिलाध्यक्ष मंटू महतो के मामा नेपाल महतो 55 वर्ष का सिजुआ क्षेत्र के निचितपुर कोलियरी में संचालित डेको आउटसोर्सिंग कम्पनी में कार्य के दौरान मौत हो गई।ओबी डम्पिंग के दौरान हुए हादसे में उसकी जान गयी है। घटना शुक्रवार रात ढाई बजे की है। ओबी डम्पिंग के दौरान वॉल्वो सहित नेपाल महतो करीब 300 फिट गहरी खाई में जा गिरा।मौके पर ही उसकी मौत हो गई। पत्थर से उसका शव दबा हुआ था। खबर मिलते ही राम रहीम असलम व राजकुमार पहुँचे एवं शव को निकालने में मदद की,और तत्काल सीएचडी भेजा गया जहाँ चिकित्सकों द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया।बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हादसे के बाद जहाँ परियोजना में ऑफर तरफ मच गई।वही परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक नेपाल का एक बेटा व तीन बेटी है। घटना के बाद तमाम कर्मी काम बन्दकर दिया। कहा पहले मुआवजा एवं नियोजन पर समझौता हो,फिर काम चालू होगा।

15 लाख रुपए दिया गया मुआवजा

                        मिर्तक नेपाल महतो

हालांकि शनिवार दोपहर नेताओं व यूनियन प्रतिनिधि एवं कम्पनी के बीच हुई वार्ता में 15 लाख का चेक मृतक की पत्नी उषा देवी को दिया गया।साथ ही 50 हजार रुपये दाहसंस्कार एवं एक आश्रितों को नियोजन देने पर सहमति बनी।वार्ता में आजसु जिलाध्यक्ष मंटू महतो, झामुमों नेता पवन महतो,हलदर महतो, आजाद मुखिया, इसराफिल लाला, महादेव महतो,विनोद महतो, बसंत महतो, कार्तिक महतो , मंटु, सोनी सिंह, डेको कंपनी के जीएम मधु सिंह,वहीं बीसीसीएल प्रबन्धन में पीओ संजय कुमार सिंह, प्रबन्धक अनिल सिंह, कार्मिक पदाधिकारी राजीव कुमार, इस्ट बसुरिया ओपी प्रभारी शंकर कुमार बिश्वकर्मा,मौजूद थे।


ये है घटना

शुक्रवार रात करीब ढाई बजे निचितपुर पैच में ओबी डम्पिंग के काम में नेपाल महतो लगे हुए थे,ओबी डंप के लिए जैसे ही गाड़ी बैंक किया,उल्टे हाथ वह खाई जा गिरा। घटना में प्रबन्धन की लापरवाही की बातें सामने आ रही है। कर्मियों की माने तो जहाँ ओबी डंपिंग का काम चल रहा था वहाँ लाइट नहीं थी,और न ही कोई सुपरवाइजर मौजूद था,यही हादसे की वजह बताई जा रही है,जो जाँच का विषय है। शनिवार सुबह डीजीएमएस के दो अधिकारी संजीव श्रीवास्तव व टी महतो घटना स्थल का मुआयना भी किया।हालांकि उन्होंने ने मीडिया से कोई बात नहीं की। जबकि गुरुवार को यहाँ सेफ्टी कमिटी की मासिक बैठक भी हुई थी,बैठक के समय परियोजना का निरीक्षण भी हुआ था,उसके दूसरे दिन ही इतनी बड़ी घटना होजाना, सुरक्षा कमिटी पर सवाल खड़ा करता है।

Last updated: फ़रवरी 13th, 2021 by Pappu Ahmad