पांडेश्वर । राष्ट्रीय संपत्ति कोयले की सुरक्षा में सीआईएसएफ़ और पाण्डेश्वर पुलिस कितनी सक्रिय है इसका पोल एक बार फिर खुल गया है । सोनपुर बाजारी परियोजना के खदान से चोरी करके इकट्ठा किया गया कोयला को एजीएम अरविंद कुमार सिंह की सक्रियता से जब्त कर लिया गया ।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि खदान से कोयला चोरी करके सोनपुर बाजारी गाँव के दक्षिण की ओर कोयला को इकट्ठा किया जा रहा था । इसकी सूचना जब एजीएम को मिली तो उन्होंने विभागीय सुरक्षा विभाग के अधिकारी कुजूर को जानकारी देने के बाद सीआईएसएफ को इसकी जानकारी देकर घटना स्थल पर पहुँचे ।
वहाँ जाकर देखा कि भारी मात्रा में कोयला इकट्ठा किया गया था । एजीएम की मौजूदगी में सभी कोयला को उठाकर डिपो में गिराया गया जो करीब 55 टन से ज्यादा कोयला था । इस संबंध में क्षेत्र के जीएम से सम्पर्क करने की कोशिश की गयी तो कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला
मालूम हो कि इससे पहले भी एजीएम की सक्रियता से 50 टन से ज्यादा कोयला को जब्त किया गया था और कोयला चोरी रोकने गये एजीएम एके सिंह को जनवरी में कोयला चोरों ने हमला करके घायल भी किया था और धमकी भी दिया था लेकिन एजीएम कोयला चोरी को बंद करने के मुहिम में लगे हुए है ।
इस घटना से पुलिस और सीआईएसएफ़ की भूमिका पर भी सवाल उठता है । कोयले की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी इन्हीं दोनों पर होती है । इतनी बड़ी मात्रा में कोयले की चोरी हो कर इकट्ठा हो गयी और इन्हें खबर नहीं लगी ।
खदान में कार्यरत जवाबदेह अधिकारियों की जानकारी के बगैर 55 तन कोयले की चोरी संभव नहीं है। और यदि वास्तव में जानकारी नहीं थी तो यह और भी गंभीर बात है ।