धनबाद । कोरोना संक्रमण के बाद धनबाद में बेरोजगारों की लंबी फौज खड़ीं होने लगी है। प्रशिक्षित बेरोजगारों को उनके काम के हिसाब से नौकरी नहीं मिल रही है। अवर प्रादेशिक नियोजनालय में निबंधित बेरोजगार हर दिन नौकरी के लिए कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। पिछले डेढ़ वर्ष से कोरोना संक्रमण को लेकर एक भी रोजगार मेला धनबाद अवर प्रादेशिक नियोजनालय में नहीं लगा है। इस वजह से नियोजनालय की ओर से धनबाद में नौकरी नहीं मिल पाई है।
धनबाद में निबंधित है 42 हजार बेरोजगार
धनबाद के अवर प्रादेशिक नियोजनालय में फिलहाल 42 हजार बेरोजगार निबंधित है। इसमें अप्रशिक्षित और प्रशिक्षित दोनों बेरोजगार शामिल है। इसमें आठवीं से लेकर किए हुए बेरोजगार भी शामिल है। कोरोना संक्रमण काल में लगभग 18000 से ज्यादा बेरोजगार लोगों ने निबंधन कराया है। क्योंकि माने तो धनबाद में लगभग ढाई लाख युवा बेरोजगार हैं। लेकिन नियोजनालय में अभी तक मात्र 42 हजार ने ही निबंधन कराया है।
मुख्यमंत्री बेरोजगारी भत्ता को लेकर 1200 ने किया आवेदन
बेरोजगारों को राज्य सरकार ने प्रति वर्ष ₹5000 भत्ता देने का निर्णय लिया है। इसके लिए अब तक लगभग 1200 प्रशिक्षित बेरोजगारों ने आवेदन किया। लेकिन अभी तक धनबाद में एक भी युवा को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल पाया है। जिला प्रभारी नियोजन पदाधिकारी धनंजय कुमार कहते हैं बेरोजगारी भत्ता को लेकर अभी स्क्रुटनी का काम चल रहा है। यह काम पूरा होने के बाद फाइनल लिस्ट निकाला जाएगा। इसके बाद बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। कोरोना संक्रमण के कारण किसी भी प्रकार के मेला पर पाबंदी है। रोजगार मेला नहीं लगाया जा सका है सरकार के निर्देशों का इंतजार किया जा रहा है।