लोयाबाद ससुराल से लौटते ही पति भरत ने फंदे से झूल कर जान दे दी घटना लोयाबाद थाना क्षेत्र के मदनादिह प्रेम बस्ती की है। सुबह 9,30 बजे वे ससुराल से लौटा था। फांसी लगाने से पहले पिता से कहा आप घर से बाहर जाइये मुझे सोना है। पिता के कमरे से बाहर निकलते ही भीतर से दरवाजा बंद कर लिया और घर के छौनी में लोहे की बल्ली कपड़े का फंदा बनाकर झूल गया। घर के पर्दा को फंदे के रूप में इस्तेमाल किया है। घर की छौनी को उजाड़ कर आसपास के लोग अंदर घुसे और भरत को झूलते फंदे से उतार कर बाहर निकाला। करीब दस महीने पहले उसका प्रेम विवाह सोनारडीह के रहने वाली मुनिया देवी से हुई थी। शादी मन्दिर में हुआ था। पत्नी इस वक्त गर्भवती है। पुलिस को सूचित किया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया है। एसआई दीवकर वर्मा ने कहा कि यूडी केस दर्ज किया जा रहा है।मौके एएसआई भुनेश्वर उरांव शामिल थे।
पत्नी ने बे वफाई करने से रोका तो दे दी जान
पत्नी मुनिया देवी रोते हुए कहा कि पति अजीब मिजाज का था, कुछ समझने को तैयार नहीं रहता था, उसका किसी दूसरे से चक्कर था, माना जा रहा है कि यही सब कुछ कारणों से मना किया तो सुबह में कहा हम घर मदनाडीह जा रहे, और फिर बाद में खबर मिली के पति फांसी लगा लिया।
चाहकर भी कुछ न कर सका:पिता
पिता चन्द्र्मा ने कहा कि बेटे ने मेरे सामने फांसी लगा लिया।और मैं कुछ न कर सका। अगर मुझे जरा भी एहसास हो जाता है। तो मैं कमरे से बाहर नहीं निकलता, न मैं दरवाजा बंद करने देता। पत्नी दस साल पहले आग लगा कर जान दे दी तब मैं मजदूरी करने गया हुआ था, आज बेटे भी दुनिया से चल बसा।
चन्द्र्मा ने कहा कि तीन बेटा था, भरत माँझील था,जिद में ब्याह रचा लिया और ससुराल में जा बसा, सोचा था, बेटा के शादी के बाद बहू के हाथों का भोजन मिलेगा, लेकिन सारी खुशियां, धरि की धरी रह गयी। चन्द्र्मा का बड़ा बेटा राज्य से बाहर मजदूरी करता है और छोटा नाना के घर गोमो में रह रहा है।