सालानपुर। आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के तत्वाधान में सालानपुर थाना द्वारा रूपनारायणपुर नंदनिक हॉल सभागार में थाना अंतर्गत सभी दुर्गापूजा कमेटियों के साथ विधि-व्यवस्था एवं कोविड नियमों को मानते हुए दुर्गापूजा मनाने को लेकर शुक्रवार प्रशासनिक बैठक की गई। बैठक में विशेष रूप से आसनसोल दुर्गापुर पुलिस एसीपी(कुल्टी) उमर अली मोल्ला, सालानपुर ब्लॉक जॉइंट बीडीओ अनुरूव मंडल, सालानपुर थाना प्रभारी पबित्र कुमार गाँगुली, सीतारामपुर आरपीएफ पोस्ट प्रभारी एचएन दूबे, रूपनारायणपुर फांड़ी प्रभारी राहुलदेब मंडल, कल्याणेश्वरी फांड़ी प्रभारी उत्पल घोषाल, पहाड़गोड़ा पोस्ट प्रभारी मिथुन चटर्जी एवं जिला परिषद विभागाध्यक्ष मोहम्मद अरमान, जिला परिषद सदस्य कैलाशपति मंडल, सालानपुर ब्लॉक तृणमूल कॉंग्रेस के महासचिव भोला सिंह सहित क्षेत्र के दुर्गापूजा कमेटियों के सदस्य मौजूद रहे।
बैठक में आरपीएफ पोस्ट प्रभारी दूबे ने पूजा के दौरान ध्यान से रेलवे क्रॉसिंग, चलती ट्रेन (देंदुआ फाटक) में पत्थर ना फेंकना, रेलवे यातायात के दौरान नशीले एवं ज्वलनशील पदार्थों से दूर रहना सहित अन्य विषयों पर लोगों को जागरूक करते हुए, रेलवे यातायात में होने वाली किसी भी समस्या के लिये रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल करने की बात कही, साथ ही उन्होंने दुर्गापूजा के दौरान रेलवे क्रॉसिंग वाली जगहों पर आरपीएफ जवान उपलब्ध करने की बात की। बैठक के दौरान एसीपी उमर अली मोल्ला ने कहा कि कोलकाता उच्च न्यायालय एवंमुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना महामारी के संभावित तीसरी लहार के बीच इस वर्ष भी पूजा पंडालों में राज्य सरकार की सभी नियमों पालन किया जायेगा। विशेष रूप से पूजा पंडाल तीनों तरफ से खुला होगा। सेनेटाइजर टनल, मास्क एवं सामाजिक दूरी को ध्यान में रखा जाएगा।
पूजा पंडाल के अंदर नो एंट्री जोन रहेगा, न्यायालय के निर्देश अनुसार बड़े पंडालों में लगभग 30से40, छोटे पंडालों में 15से20 लोगों अंदर रह सकते है, वे सभी लोग को कोरोना का डबल खुराक लगी होनी चाहिए, साथ ही सभी वेलेंटियर का नाम पहले से पुलिस को देनी होगी। पूजा पंडाल का उद्घाटन में कोई भी समारोह एवं संस्कृति कार्यक्रम नहीं किया जा सकता है। पूजा पंडाल के आसपास कोई भी दुकान नहीं होगा। डीजे पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध एवं लाउडस्पीकर का आवाज कम रहेगा, रात 10 बजे से सुबह 9 बजे तक लाउडस्पीकर बन्द रहेगा। प्रतिमा को प्रशासन द्वारा तय समय एवं दिन में ही देवी प्रतिमा का विसर्जन करना होगा। साथ ही विषर्जन के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वॉलेंटियर की रखना आवश्यक होगा। कमेटियों को पुलिस प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करना होगा।