रानीगंज। ‘आज के बोछोर अबार होबे’ उद्घोष के बीच रानीगंज कोयलाञ्चल शिल्पाँचल में दुर्गा उत्सव संपन्न हो गया। हालांकि कई बड़ा पूजा पंडाल में मूर्ति विसर्जन होना बाकी है, आस्था व उल्लास के साथ दर्शनार्थियों ने पूजा व मेला का भरपूर आनंद लिया। महा नवमी के दिन हुई बारिश ने पूजा का रंग फीका कर दिया लेकिन महा दशमी के दिन लोगों की भीड़ उमड़। देवी की स्तुति से शिल्पाँचल का कोना कोना गुंजायमान रहा।
रात रात भर लोगों का झुंड एक पूजा पंडाल से दूसरे पंडाल में घूम-घूम कर आकर्षण पंडाल एवं सजावट को निहारते रहे पूजा के दौरान शाम से लेकर सुबह तक सड़कों पर वाहनों का रेला लगा रहा। शुक्रवार की विजयदशमी की रात से मूर्ति विसर्जन भी शुरू हो गए हैं। वहीं इस दौरान महिलाओं ने देवी की विदाई पर सिंदूर खेल की परंपरा निभाई महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाकर खुशियाँ बाँटी कथा माँ देवी को विदाई करते हैं फिर अगले साल आने का न्योता भी दिया। महिलायेंं के आखो में आँसू देखने को मिला।
पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी। विभिन्न पंडालों में पुलिस की कड़ी निगरानी रहे इसके अलावा पुलिस के निर्देश पर सभी बड़े पंडालों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे ताकि कोई आपराधिक घटना को रोका जा सके। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस की तरफ से कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी।