चौपारण बाजार में धनतेरस पर हुई खरीददारी, पर दिखा करोना का भी असर
प्रखंड की सभी दुकानें धनतेरस के लिये सज कर तैयार थी, खरीदार भी निकले पर कोरोना और मंहगाई की असर साफ दिख रही थी। अमूमन लाखों का कारोबार करने वाला चौपारण में इसबार का धनतेरस का बाजार फीका रहा और कारण कोरोना से लोगों की बिगड़ी आर्थिक हालत ही है।
दुकानदारों ने कमोबेश अपनी दुकानें इसी उम्मीद से सजाई की आज से बाजार सुधरेगा और बाजार में रौनक लौट आएगी। 26 पंचायत व 276 गाँवों का बड़ा प्रखंड चौपारण में बसरिया, रामपुर, पाण्डेयबरा व महराजगंज सरीखे कई बाजार है परंतु चौपारण बाजार की बात अलग है राष्ट्रीय राज्यमार्ग 2 पर अवस्थित होने के वजह से यहाँ बाजार में खरीदारों की भीड़ होती है जो इस बार नहीं दिखी।
लोगों की मान्यता है कि धनतेरस के दिन खरीददारी करने से माता लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है और इस अवसर पर दुकानदारों के द्वारा विशेष छूट भी दी जाती है। बाजार में सोंच के अनुरूप खरीदी नहीं होने से दुकानदारों में भी मयूषी देखी गयी। कुल मिलाकर देखें तो इस बार का धनतेरस के बाजार सामान्य रहा और लोग आर्थिक तंगी से छोटी वस्तुएं खरीदकर अपनी उपस्थिति दिखाते नजर आए।
मुखिया ने फीता काटकर दीपाली इंटरप्राइजेज का किया उद्घाटन
प्रखंड के इंगुनिया में पडरिया पंचायत के मुखिया पप्पू कुमार ने दीपाली इंटरप्राइजेज का फीता काटकर उद्घाटन किया। मौके पर उन्होंने कहा कि इस तरह की सुविधाएं ग्रामीण क्षेत्रों में मिलने से लोगों को मनचाही वस्तुएं खरीदने में आसानी होगी क्योंकि उन्हें इसके लिये दिन भर समय नहीं बर्बाद करना पड़ेगा। संचालक सिकेन्द्र सिंह ने कहा कि धनतेरस के अवसर पर आज इस नए प्रतिष्ठान का उद्घाटन हुआ जो मेरे लिये हर्ष की बात है, मैं आश्वस्त करता हूँ कि यहाँ उचित दाम पर सभी सामग्री उबलब्ध होंगे।
इस अवसर पर चतरा जिला भाजपा मंत्री सतीश सिंह, कॉंग्रेस प्रखंड महासचिव रामफल सिंह, भाजपा मंडल महामंत्री अरविंद कुमार सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता राज किशोर शर्मा, विनोद सिंह, पंकज सिंह, अनुग्रह सिंह, बीरेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, हिमांशु कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे।
सिंघरावां एसबीआई में एटीएम व पासबुक प्रिंटर मशीन से परेशानी
चौपारण प्रखंड के सिंघरावां एसबीआई बैंक बरही अनुमंडल का सबसे पुराना व बड़ी बैंक मानी जाती है। विगत डेढ़ वर्षों से एटीएम की सुविधा के वंचित खाताधारी परेशान है। साथ ही पासबुक प्रिंटर मशीन भी काफी दिनों से खराब पड़ा हुआ है। खाताधारक अपना खाता लेकर जब प्रिंटर मशीन के सामने खड़े होते हैं तो पता चलता है कि मशीन तो चालू है, पर काम नहीं कर रही है। जब लोग शाखा प्रबंधक से पूछने जाते है, तो उसे सही जवाब तक नहीं मिल पाता है। जिससे खाताधारकों को समझ से परे हो गया है।