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निरसा में मछली लदा गाड़ी पलटा, मामले का हुआ भंडा फोड़, कारोबारियों में मचा हड़कंप, पुलिस के छत्रछाया में मैथन बॉर्डर से कारोबार जारी

निरसा(धनबाद)। झारखंड बंगाल सीमा से किस प्रकार प्रतिबंधित मांगुर मछली के कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है जिसका आज खुलासा हो गया। जानकारी के अनुसार निरसा थाना के समीप गुरुवार की सुबह 4बजे मांगुर मछली लदा गाड़ी पलटी मारा। सूत्रों के अनुसार गाड़ी को मैथन बॉर्डर से पास कारोबार के मुख्य एजेंट रौशन बर्णवाल का था। पलटी गाड़ी संख्या BR02W 5827 में लगभग 8 से 10 टन मछली थी। जिसकी कीमत 8 से 10लाख बताया जा रहा है। जो उत्तर प्रदेश भेजने का कार्य किया जा रहा था। गाड़ी अनियंत्रित होने कारण पलटी मार दिया ।

मौके चालक उपचालक फरार हो गया ,और फर्जी चालान को गायब कर दिया गया। सूचना मिलने पर निरसा थाना अपने दल बल के साथ पहुँचे और आगे की कार्यवाही में जुट गई है खबर सुनते ही आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया लोगों की भीड़ जुट गई। जानकारी के अनुसार मैथन बॉर्डर के इस कारोबार के मुख्य सिंधी केट रौशन वर्णवाल का माल था पश्चिम बंगाल से झारखंड में मैथन बॉर्डर के रास्ते प्रतिबंधित ज़हरीली मांगुर मछली का कारोबार चंद पैसों कमाने के लालच में पुलिस और कारोबारी लोगों के बीच ज़हर परोस रहे है। हालांकि झारखंड में प्रवेश से रोक लगाने में यह पूरा जवाबदेही निरसा अनुमंडल पुलिस की है। लेकिन प्रशासन चंद पैसों के कमाई के लालच में गाड़ी को रोक लगाने के बदले मौन धारण कर बैठी है।

पुलिस प्रशासन को क्या उन्हें तो महीने के मोटी रकम कमाई हो जा रहे हैं जान जाए जनता का। सिटी लाइव ने इस खबर को पहले कई बार प्रमुखता से दिखाया कि पश्चिम बंगाल से मैथन बॉर्डर के रास्ते प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली लदा गाड़ी प्रत्येक दिन 6-8 गाड़ी झारखंड में प्रवेश किया जा रहा है जहाँ से कारोबारी और स्थानीय पुलिस की सांठगांठ से गाड़ी को अनुराज ने राज्य में भेजने का काम किया जाता है।

मैथन संजय चौक के समीप धागों से होटलों से गाड़ी को फर्जी चलान देने का काम किया जाता है। यह पूरा खेल का मुख्य एजेंट रौशन बर्णवाल है जिसके ऊपर पहले भी कई बार कारोबार में संलिप्त रहने के पर मामला दर्ज किया गया है। बताया जाता है रौशन के ऊपर पूरा जिला प्रशासन का हाथ है जिसके कारण बखूबी निडर होकर इस कारोबार को अंजाम दे रहा है।

इस कारोबार में जिला से लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन को महीनों के मोटी रकम जाते हैं। वर्तमान झामुमो की सरकार में राज्य के पुलिस प्रशासन मंत्री की नहीं अपने आदेशों पर चल रहे है। जिसके कारण कई तरह के अवैध कामों को अंजाम खुकेआम दिया जा रहा है।

Last updated: जनवरी 13th, 2022 by Arun Kumar