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केरल से झारखंड और फिर बंगाल की सीमा तक पहुँचें 70 प्रवासी श्रमिकों को उनके घर भेजा गया

सालानपुर कई दिनों तक कठिन और कष्टदायक यात्रा कर केरल से झारखंड और बंगाल की सीमा रूपनारायणपुर तक पहुँचें भूखे प्यासे 70 प्रवासी मजदूरों की सहायता के लिए गुरुवार को बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय द्वारा भोजन एवं पश्चिम बंगाल के कैनिंग तक पहुँचने के लिए वाहन उपलब्ध कराया गया।

मामले को लेकर सालानपुर ब्लॉक तृणमूल महासचिव भोला सिंह ने कहा कि केरल में काम कर रहे 70 श्रमिकों को  झारखंड सरकार के सहयोग से  ट्रेनों के माध्यम से उन्हें जसीडीह तक पहुँचाया गया था, जसीडीह से बस द्वारा बंगाल बॉर्डर रूपनारायणपुर के निकट झारखंड सीमा पर छोड़ दिया गया था।

जहाँ सभी मजदूर को बंगाल प्रशासन के मदद से स्वास्थ्य जाँच के बाद उन्हें पैदल ही बंगाल सीमा में प्रवेश करने दिया गया। जिसके बाद बाराबनी विधायक के निर्देश से सभी प्रवासी मजदूरों के लिए पानी एवं खाने का बंदोबस्त किया गया।

सभी प्रवासी मजदूर को घर भेजने के लिए एक ट्रक का बंदोबस्त किया गया। सभी को खाना खिलाने के बाद करीब दोपहर 2 बजे वाहन के माध्यम से उनके घर कैनिंग भेजा दिया गया।

केरल से आये हुए श्रमिकों ने कहा कि लॉकडाउन के बाद दो महीने केरल में रहे लेकिन केरल सरकार से कोई भी मदद नहीं मिली। ट्रेन में भी ठीक-ठाक खाना नहीं मिला। पश्चिम बंगाल पहुँचने पर माननीय विधायक की पहल पर आज हम सब अपना घर लौट रहे है। मजदूरों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं स्थानीय विधायक की प्रशंसा करते हुए खुशी-ख़ुशी अपने घर लौट गए ।

Last updated: जून 4th, 2020 by Guljar Khan