बाराबनी ब्लॉक अंतर्गत बाराबनी गाँव एक बार फिर तृणमूल कॉंग्रेस के रंग में रंग गया।
शुक्रवार को बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय तथा जिला परिषद सदस्य सह बाराबनी तृणमूल अध्यक्ष असीत सिंह, के नेतृत्व में भाजपा नेता काजल बाउरी समेत70 परिवार ने भाजपा को अलविदा कहते हुए तृणमूल का दामन थाम लिया।
काजल बाउरी ने कहा कि भाजपा से जुड़ना हमलोगों की बड़ी भूल थी, पूरे देश में मंदी और बेरोजगारी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, और अपने प्रधानमंत्री विदेश दौरे कर रहे है। प्रधानमंत्री और भाजपाई सत्ता में सिर्फ आलीशान जीवन जीने आये है, जनता और देश से उनका कुछ लेना देना नहीं है।
उसने कहा कि सरकार जनता पर जबरन एनआरसी थोप रही है। जिनका उनके पास कोई रणनीति नहीं है। भाजपा सिर्फ जनता को झूठे सपनें ही दिखते रह गए। भाजपा की नींव झूठ की बुनियाद पर टिकी है। जिससे आम जनता का भला होने वाला नहीं है। यही कारण है कि आज बाराबनी गाँव के 70 परिवार ने भाजपा से हमेशा के लिए नाता तोड़ लिया।
बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय ने कहा तृणमूल कॉंग्रेस सच्चाई पर चलने वाली पार्टी है। इसीलिए सच्चाई परेशान हो सकती है, किन्तु पराजित नही। केंद्र सरकार की शोषण ने आम जनता की कमर तोड़ कर रख दी है। अब जनता जगने लगी है। बंगाल में सत्ता पाने की ख्वाहिश भाजपा की कभी परिपूर्ण नहीं हो सकती है।
उन्होने कहा कि यहाँ की जनता शांतिपूर्ण और सौहार्द की पृष्ठभूमि पर जीते है। राजनीतिक हिंसा और साम्प्रदायिक भेद भाव का बंगाल में कोई स्थान नही है। आज स्वयं ही जनता तृणमूल कॉंग्रेस से जुड़ रही है। जहाँ पूरा देश आज आर्थिक मंदी से जूझ रहा है। ऐसे में हर राज्य से आगे बंगाल है। जिसका श्रेय माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जाता है। उससे भी पहले बंगाल की जनता है जिन्होंने तृणमूल सरकार पर आज तक अपना विश्वास बनाये रखा है।
तृणमूल अध्यक्ष असीत सिंह ने कहा कुछ भाजपाई के बहकावे में आकर गाँव वालों ने तृणमूल का साथ छोड़ दिया था। अब पुनः बाराबनी के ग्रामीण काजल बाउरी की अगुवाई में घर लौट आये है। मौके पर केशव राउत, विश्वजीत सिंह, आसिष मंडल समेत सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।