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65 वर्ष पुराना पाइपलाइन फटा , मरम्मत करने में पीएचई के छूटे पसीने , डीवीसी से नहीं मिला सहयोग

रात में पाइपलाइन मरम्मत करते मजदूर

कल्याणेश्वरी। विगत शनिवार की दोपहर से मैथन डैम से पीएचई विभाग को जलापूर्ति होने वाली मुख्य पाइप लाइन फट जाने से पूरा शिल्पाँचल का 30 घंटे से कंठ सुख रहा है। हालांकि पीएचई विभाग द्वारा मरम्मत कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। किंतु कार्य स्थल पर मरम्मत कार्य करना लोहे के चने चबाने जैसा है।

मैथन डैम हिरण पार्क के समीप लगभग एक हजार फीट नीचे पाइप लाइन फटा है जहाँ मज़दूर और मिस्त्री का पहुँच पाना चुनौती भरा कार्य है। जबकि मशीनों का पहुँच पाना बिल्कुल असंभव है।

शनिवार को सैकड़ों टन वज़नी पाइप को पीएचई विभाग द्वारा यहाँ लाया गया था , किन्तु एक चूक से भारी वजनी पाइप हजार फीट नीचे जा गिरा और टूट गया । हालांकि घटना से कार्यरत लोग बाल-बाल बच गए।

इधर पेय जल की किल्लत और विभागीय अधिकारियों पर निरंतर दबाव बढ़ता जा रहा है । पीएचई विभाग द्वारा दिन-रात रिपेयरिंग कार्य किया जा रहा है, जबकि वरीय अधिकारी कार्य स्थल पर ही कैम्प लगा कर कार्य पर नज़र बनाये हुए है।

डीवीसी के कारण पहुँच रही है कार्य में बाधा

मैथन डैम के बांध से लगभग एक हजार फीट नीचे तथा मैथन हाईडल स्टेशन(पनबिजली केंद्र) और हिरण पार्क के बीचों बीच से पीएचई विभाग का पाइप लाइन गुजरता है। यह पूरा इलाका डीवीसी का संरक्षित क्षेत्र है। इन इलाकों में किसी भी प्रकार से प्रवेश वर्जित है। ऐसे में पीएचई विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को भी यहाँ आना-जाना नहीं हो पाता है।

पीएचई मेकेनिकल एक्सक्यूटिव चीफ आशीष नस्कर ने बताया कि विगत दो दिन पूर्व पाइप लाइन फटी है जहाँ तक पहुँच पाने और रिपेयरिंग कार्य शुरू करने में दो दिन का समय लग गया। उन्होंने बताया कि मैथन डैम निर्माण के समय ही इस पाइप को लगाया गया है जो लगभग 65 वर्ष पुराना है। डैम में अधिक पानी बढ़ जाने से पाइप लाइन में प्रेसर की वृद्धि हो जाती है, इसी कारण पाइपलाइन फट गई है।

डीवीसी से सहयोग के बजाय मिला अड़चन

उन्होंने बताया कि यह पूरा क्षेत्र जंगल और झाड़ियों से भरा पड़ा है। जिससे यहाँ तक पहुँचना असंभव हो जाता है और डीवीसी प्रबंधन भी सहयोग नहीं करती है। यहाँ कार्य करने से पहले विभाग को डिवीसी और सीआईएसएफ जवान समेत कई अड़चनों से गुजरना पड़ा जो काफी निराशाजनक रहा। उन्होंने कहा कि पाइपलाइन 65 वर्ष पुरानी है। कभी भी खराब हो सकती है। जिसकी देखभाल और मरम्मत के लिए डिवीसी को सहयोग करना होगा। यदि डिवीसी से सहयोग मिलेगा तो पूरे पाइप लाइन की निगरानी के लिए पीएचई विभाग द्वारा इस क्षेत्र में रास्ता बना लिया जाएगा जिससे भविष्य में ऐसी परिस्थितियों का सामना न करना पड़े। उन्होंने आशा जताई कि रविवार देर संध्या तक क्षेत्र में जलापूर्ति बहाल कर दी जाएगी, इसके लिए रात-दिन कार्य किया जा रहा है।

पाइपलाइन फट जाने से मुख्य रूप से सालानपुर, बाराबनी, कुल्टी, नियामतपुर, समेत आसनसोल का कुछ क्षेत्र प्रभावित हुआ है।

Last updated: अक्टूबर 13th, 2019 by Guljar Khan