ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन, मधुपुर के तत्वाधान में आज गुरुवार को स्थान कचहरी परिसर में देशरत्न डॉ.राजेन्द्र प्रसाद की 56 वीं पुण्यतिथि पर उपस्थित अधिवक्ताओं ने डॉ.राजेन्द्र प्रसाद की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
यूनियन के प्रांतीय सह सचिव अधिवक्ता धनंजय प्रसाद ने डॉ.राजेन्द्र प्रसाद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ.राजेन्द्र प्रसाद जैसे शख्सियत को लोग भूलते जा रहे है, उनका सादा जीवन और उच्च विचार लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।
यूनियन व संघ के संयुक्त सचिव जितेन्द्र कुमार ने कहा कि डॉ.राजेन्द्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति के साथ-साथ एक विद्वान अधिवक्ता भी थे तथा भारत के संविधान निर्माण में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, उन्होंने दस वर्षों तक भारत के सर्वोच्च पद पर रहकर सेवा की।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे वरीय सदस्य डोमन प्र.यादव ने कहा कि डॉ.राजेन्द्र प्रसाद एक महान व्यक्ति थे, उनकी कृतियों को हम भूला नहीं सकते।
इस अवसर पर उपस्थित अधिवक्ता सदस्य हरि महतो, संजय कुमार, एच.के.लाल, संजय कु.बारी, प्रमोद कु.वर्मा, मोoनसरूल, कृष्ण कु.सिन्हा, प्रमोद कुमार, राजू प्र.गुप्ता, मुरारी मोहन झा, पी.एम.जिलानी, शैलेन्द्र कु.सिन्हा, जयरंजन अम्बष्ठ, प्रदीप कुमार, समरेश सिंह, अशोक कु.पासवान, जियानंद महतो, देवेन्द्र वर्मा, खालिद जमा खाँ, सरोज कु.कुशवाहा, अभय आनंद आदि सहित प्रधान संघ के अध्यक्ष विष्णु राय ने भी डॉ.राजेन्द्र प्रसाद को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।
साथ ही भारतीय सेना द्वारा आतंकी ठिकानों पर हमला कर पुलवामा में शहीद हुए जवानों का बदला लेकर ईंट का जवाब पत्थर के रूप में दिया, जो एक सराहनीय कदम है जिसका हम यूनियन की ओर से अभिनंदन करते हुए भारतीय सेना का हौसला-अफजाई करते है, आज हमें नाज है अपनी भारतीय सेना पर।