सीतारामपुर -सीतारामपुर लोको स्थित रामजानकी शिव मंदिर में शारदीय उत्सव को लेकर विशेष पूजन का आयोजन किया गया है. जो प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी काफी धूमधाम व श्रद्धापूर्वक किया जा रहा है. मंदिर के पुजारी सह प्रख्यात ज्योतिषाचार्य डॉ.शदाशिव त्रिवेदी और उनके परिवार द्वारा माँ दुर्गा की पूजा-अर्चना विधिवत की जा रही है. डॉ.शदाशिव त्रिवेदी ने कहा कि पूरे देश में धूमधाम से नवरात्रि का त्यौहार मनाया जा रहा है.
नवरात्रि के इन नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. खासतौर से उत्तर भारत में भक्त मां दुर्गा की विशेष कृपा पाने के लिए इन नौ दिनों में व्रत रखते हैं. व्रत के दौरान अष्टमी यानी कि व्रत के आठवें दिन नौ कन्याओं का पूजन करने का विधान है. यही नहीं जो लोग पूरे नौ दिनों तक व्रत नहीं रख पाते हैं वे भी अष्टमी का व्रत रखते हैं और कंजक पूजा भी करते हैं.
दूसरी तरफ बंगाल, ओडिशा,त्रिपूरा और मणिपुर में दुर्गा पूजा में अष्टमी का विशेष महत्व है. पूजा पंडालों में इस दिन दुर्गा की नौ शक्तियों का आह्वान किया जाता है. नवरात्र के आठवें दिन अष्टमी मनाई जाती है. इस बार अष्टमी 17 अक्टूबर को है. 16 अक्टूबर की सुबह 10 बजकर 16 मिनट से अष्टमी तिथि प्रारंभ होकर 17 अक्टूबर की दोपहर 12 बजकर 49 मिनट तक तक रहेगी. तत्पश्चात नवमी पूजन वृहस्पतिवार को किया जाएगा.
डॉ. शदाशिव त्रिवेदी जी द्वारा 51 कन्याओं का पूजन सपरीवार करते हैं, जिसमें उनकी धर्मपत्नी किरण देवी और सुपुत्री रुपा त्रिवेदी कन्याओं का पद पखारती है और कन्या पूजन कर प्रसाद खिलाया जाता है, जिसमें पूरे समाज के लोग उपस्थित रहते हैं और आस-पास के राज्यों के लोगों की भी उपस्थित दर्ज होती है.