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चिरेका में 35 कर्मचारी रेल सेवा से सेवानिवृत हुए

चित्तरंजन। चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना(चिरेका) के 35 कर्मचारियों व अधिकारियों ने अपने रेल सेवा से सेवानिवृत ग्रहण किया । आज 30 सितंबर 2020 को तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र के बधवार हॉल में रेल मंत्री, भारत सरकार द्वारा, वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिरेका और इनकी कोलकाता स्थित इकाई दानकुनी के सेवानिवृति ग्रहण करने वाले रेल कर्मियों को स्वाभाविक और ऐच्छिक सेवानिवृति सेवा प्रदान की।

दिल्ली रेलवे बोर्ड से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा पीयूष गोयल, रेल मंत्री, भारत सरकार एवं चेयरमैन सह सीईओ वी.के यादव ने सेवानिवृति ग्रहण करने वाले रेल कर्मियों को संबोधित किया।

कारखाना में कार्यरत तकनीकी, लेखा, यांत्रिक, शिक्षा, चिकित्सा सहित विभिन्न विभाग में सेवारत कर्मचारियों ने सेवानिवृति ग्रहण किया। कार्मिक विभाग के अधिकारियोंं द्वारा सभी सेवानिवृति ग्रहण करने वाले कर्मचारियों को आवश्यक कागजात और ऑन डेट भुगतान के पेपर सुपुर्द किये गए।

कार्मिक विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के अवसर पर चिरेका के अधिकारिगण, कर्मचारीगण, सेवानिवृत कर्मचारियों के परिजन, स्थापना, लेखा विभाग तथा स्थानीय बैंक के प्रतिनिधिगण भी उपस्थित थे। इस मौके पर कोविड -19 के सुरक्षित उपायों जैसे निजी दूरी तथा फेस मास्क और अन्य सत्तर्कता के उपाय को लेकर सभी नियमों का पालन किया गया।

लगातार सेवानिवृत्ती चिरेका के अस्तित्व के लिए खतरनाक

भारतीय रेल की रीढ़ की हड्डी माने जानी वाली चिरेका रेल उत्पादन इकाई चित्तरंजन में हो रही लगातार सेवानिवृत्ती यहाँ के कारखाना के अस्तित्व के लिए खतरनाक होती जा रही है,जानकारों की माने तो अब तक यहाँ की हजारों पद खाली हो चुकी है,किन्तु नियुक्ति एक भी नहीं हो पाई है, निरंतर सफलता की बुलंदियों को छूने वाली चिरेका रेल इंजन कारखाना के श्रमिक संगठनों ने इसे निजीकरण की बुनियाद मान रही है।

कारखाना में कार्यरत एक कर्मचारी ने बताया कि घटते मैन पॉवर के बाद भी चिरेका के कर्मचारियों ने अपनी मेहनत से रिकॉर्ड उत्पादन किया है, फलस्वरूप चिरेका का नाम आज लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है, फिर भी रेल मंत्रालय और चिरेका प्रबंधन खाली पदों पर नियुक्ति नहीं कर रही है, पूरे प्रकरण से तत्कालीन सरकार की नियत आईने की तरह साफ़ हो चुकी है, प्रबंधन कर्मचारियों की कमी से उत्पादन को नुकसान दिखाकर चिरेका को भी पूंजीपतियों के हाथ बेचने पर आमदा है ।

Last updated: अक्टूबर 1st, 2020 by Guljar Khan