पीएचईडी आसनसोल के सहयोग से होगा 300 व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण
स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत ग्रामीण एवं शहरी स्वच्छता के प्रति पिछले कुछ वर्षों में अत्यधिक ध्यान दिया जा रहा है । 2014 में भारत सरकार द्वारा लॉन्च किया गया यह परियोजना देश को “खुले में शौच” से मुक्त करने के लिए प्रयासरत है तथा 2019 तक भारत को खुले में शौच मुक्त राष्ट्र निर्माण की दिशा में अहम् कदम है । हर घर में व्यक्तिगत शौचालय एवं उसका उचित उपयोग दामोदर घाटी निगम की सर्वोच्च प्राथमिकता है
श्रीरामपुर ग्राम पंचायत हो जाएगा खुले में शौच” से मुक्त (ओडीएफ) पंचायत
डीएसटीपीएस के सीएसआर कार्यक्रम के तहत श्रीरामपुर ग्राम पंचायत में व्यक्तिगत शौचालय के निर्माण के लिए डीएसटीपीएस अंडाल ने पीएचईडी ,आरसीएफए, वाटर सप्लाई सर्कल आसनसोल के साथ एक अनुबंध किया है। परियोजना की कुल लगत 46.34 लाख है । इस राशि का उपयोग श्रीरामपुर ग्राम पंचायत के विभिन्न गाँवों में 300 व्यक्तिगत शौचालय के निर्माण में किया जाएगा। इस 300 व्यक्तिगत शौचालय के निर्माण के बाद पंचायत के शत प्रतिशत घर में व्यक्तिगत शौचालय की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी और पूरा पंचायत सही मायने में खुले में शौच” से मुक्त (ओडीएफ) पंचायत के रूप में जाना जाएगा।
वरिष्ठ अधिकारियों की उपोस्थिति में सौंपा गया चेक
इसी परियोजना के अंतर्गत मुख्य अभियंता एवं परियोजना प्रधान डीएसटीपीएस श्री एसएन झा ने अधीक्षण अभियंता आरसीएफए, वाटर सप्लाई सर्कल, पीएचईडी आसनसोल श्री एनसी बसाक, एवं कार्यपालक अभियंता श्री चंपक भट्टाचार्य, मुख्य आंकलनकर्ता गौर मोहन चटर्जी को 43 लाख रुपये कि पहली क़िस्त का चेक मुख्य चेक सौंपा । इस अवसर पर अभियंता (सचिवालय) डीवीसी मुख्यालय कोलकाता, श्री अशोक कुमार वर्मा, मुख्य अभियंता (ओ एंड एम) डीएसटीपीएस श्री मानवेन्द्र देवदास, एवं वरिष्ठ संयुक्त सचिव (विकास) श्री विश्वजीत सेन उपस्थित थे ।बुधवार 21 फरवरी को डीवीसी डीएसटीपीएस के दिव्यज्योति भवन स्थित सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सौंपी गयी ।
स्वच्छता के लिए डीएसटीपीएस हमेशा तत्पर : एस एन झा
इस अवसर पर मुख्य अ:भियंता एवं परियोजना प्रधान श्री एस एन झा ने कहा कि स्वास्थ्य एवं जीवन की गुणवत्ता में सुधार हेतु स्वच्छता की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। लेकिन हमारे देश में, विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में, स्वच्छता की स्थिति बेहद खराब है। अज्ञानता और ग्रामीणों में समुचित जागरूकता एवं समुचित स्वच्छता सुविधाओं की अनुपलब्धता ऐसी खराब स्थितियों के मुख्य कारण हैं। दामोदर घाटी निगम क़े चेयरमैन श्री पी क़े मुखोपाध्याय की ड्रीम प्रोजेक्ट की कार्यान्वयन के तहत दुर्गापुर स्टील थर्मल पावर स्टेशन अंडाल इकाई अपने सीएसआर कार्यक्रम के अंतर्गत अंडाल ब्लॉक क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने की दिशा में बहुआयामी स्वच्छता कार्यक्रम चला रहा है, इसी क्रम में श्रीरामपुर में 300 व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण इस वित्त वर्ष में पूर्ण करने की योजना है।
शौचालय के लिए अब तक 1.8 करोड़ रुपये दे चुका है डीएसटीपीएस
मुख्य अभियंता (सचिवालय), मुख्यालय डीवीसी श्री अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि परियोजना प्रभावित क्षेत्र के सभी गावों में शत प्रतिशत स्वच्छता हमेशा डीवीसी डीएसटीपीएस की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। यह उल्लेखनीय है कि डीवीसी डीएसटीपीएस ने विगत कुछ वर्षों में अंडाल ब्लॉक के विभिन्न गाँवों में 495 व्यक्तिगत घरेलू शौचालय का निर्माण कराया है है और सीएसआर गतिविधियों के तहत इस मद में लगभग 1.8 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उपप्रबंधक (सीएसआर) मोहम्मद शमीम अहमद ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष 2017-18 में एक ग्राम पंचायत श्रीरामपुर को शत प्रतिशत स्वच्छता योजना के अंतर्गत अपनाया गया है । इस संबंध में श्रीरामपुर ग्राम पंचायत क़े विभिन्न गावों में 300 व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण 46.34 लाख खर्च करके किया जाएगा और निर्माण कार्य पीएचईडी आसनसोल के माध्यम से किया जाएगा जो ग्रामीण शौचालय व्यवस्था की लिए एक विशेषज्ञ सरकारी तंत्र है ।
कार्यक्रम के दौरान उपमुख्य अभियंता (असैनिक) श्री सुबीर साहा, डीजीएम (वित्त) श्री सुरेंद्र प्रसाद, अधीक्षण अभियंता (असैनिक) श्री रोशन लकरा, अतिरिक्त निदेशक (मासं) श्री प्रमोद कुमार, उप प्रबंधक (सीएसआर) मोहम्मद शमीम अहमद, उप निदेशक (सतर्कता) श्री सचिन चम्पाती राय, इत्यदि अधिकारी उपस्थित थे।