तीन दिन बाद पानी में तैरता नाविक का शव बरामद
दिन जद्दोजहद के बाद आखिर कार नाविक बादल हासदा का शव मैथन डैम की जलाशय से तैरता हुआ पुलिस ने बरामद कर, अंत्यपरीक्षण के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है । साथ ही मृतक के परिजनों ने शव मिलते ही मुआवजा की मांग करते हुए शव को नहीं ले जाने की जिद पर अड़े थे । मृतक के बड़े भाई अनन्तो हासदा ने मजुमदार निवास स्थित बोट सञ्चालन कमिटी से अपने मृतक अपने भाई के लिए बतौर मुआवजा 5 लाख तथा वृद्ध माँ को प्रति माह 3 हजार की मांग पर अड़े थे । साथ ही घाट स्थित ही लिखित रूप से फैसले की मांग कर रहे थे । इस दौरान घटना स्थल पर बथानबाड़ी आदिवासी पाड़ा से भरी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग उपस्थित थे ।
उचित मुआवजा नहीं मिलने पर न शव लेंगे और न अंतिम संस्कार करेंगे
बोट घाट सञ्चालन कमिटी के मुनीर अंसारी, सफिक अंसारी, मंटू अंसारी 1 लाख की मुआवजा देने की बात कही किन्तु परिजनों ने इंकार कर दिया । मुआवजा के लिए नोक झोंक के कारण पुलिस को शव जब्त करने में लगभग 40 मिनट तक मसक्कत करनी पड़ी । इधर घटना स्थल पर मौजूद, कल्याणेश्वरी फांड़ी प्रभारी पलाश मंडल, पंचायत समिति सदस्य सुशांतो हेम्ब्रम,जयदेव गोराई, बिमल गोराई तथा घाट कमिटी और परिजनों की साझा वार्ता में शव को उठाने पर सहमती बनी, तथा शव अंत्यपरीक्षण के बाद मुआवजा हेतु पहल करने पर सहमती बनी, हालाँकि परिजनों का कहना है कि अगर मांग नहीं मानी गयी तो वे लोग ना ही शव लेंगे और ना ही दाह संस्कार करेंगे ।