Site icon Monday Morning News Network

ममता बनर्जी : “हमारी तरह नैतिकता का पालन करनेवाली कोई पार्टी नहीं “

21 जुलाई के रैली को संबोधित करती ममता बनर्जी

21 जुलाई के रैली को संबोधित करती ममता बनर्जी

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  के आह्वान पर महानगर स्थित धर्मतल्ला में

शुक्रवार 21 जुलाई की दोपहर 12 बजे से तृणमूल कांग्रेस की 24वीं शहीद दिवस रैली का शुभारम्भ हुआ.

धर्मतला में सीइएससी मुख्यालय के पास विशाल मंच का निर्माण किया गया था.

सभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत अन्य वरिष्ठ तृणमूल नेताओं की बातें सुनने लाखों लोग शामिल हुए.

तृणमूल समर्थक हावड़ा व सियालदह रेलवे स्टेशन, हाजरा, गरियाहाट, श्यामबाजार, खिदिरपुर, बेहला

व कुछ अन्य जगहों से जुलूस निकालकर धर्मतल्ला पहुंचे जिससे महानगर की यातायात व्यवस्था चरमरा गई थी.

 

कार्यकर्ताओं की सुविधा का रखा गया ध्यान

राज्यभर से पहुंचने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को कोई समस्या न हो,

इस बाबत मिलन मेला, गीतांजलि स्टेडियम व शहर की कुछ धर्मशालाओं में ठहरने व खाने-पीने की व्यवस्था की गई थी.

सब कुछ अपेक्षित था

रैली में ममता का केंद्र के खिलाफ एक बार फिर जोर से गरजना लाजिमी था और वैसा ही हुआ.

गौरतलब है कि ममता केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लगातार मुखर रही हैं,

चाहे नोटबंदी का मामला हो या फिर जीएसटी का मामला .

ममता दार्जिलिंग में व्याप्त अशांति और राज्य में विभिन्न जगह हुए सांप्रदायिक दंगे का दोष भी भाजपा पर मढ़ चुकी हैं.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी मंच पर पहुंचाते ही सभी का अभिनन्दन किया.

और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर आग उगला.

परोक्ष रूप से नरेंद्र मोदी और अमित शाह को कहा गुंडा

समर्थकों एवं कार्यकर्ताओं से पट गया धर्मतला रोड

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को गुंडा कह कर संबोधित किया.

ममता ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र में कुछ गुंडे राज कर रहे है.

हम उनके नौकर नहीं हैं जो वो कहेंगे हम उसका पालन करेंगे.

कौन क्या खायेगा, पिएगा और क्या पहनेगा ये गुंडे तय करेंगे.

भाजपा के नेता-मंत्री-सांसद और कार्यकर्ता अनेको भ्रष्टाचार जैसे कार्यो में लिप्त है,

लेकिन उनके खिलाफ सीबीआइ और ईडी की कार्रवाई नहीं करती.

गोरक्षा के नाम पर आज गोराक्षस तैयार किये जा रहे हैं.

दीदी ने कहा कि भाजपा की गलत नीतियों को तृणमूल कतई बरदाश्त नहीं करेंगी.

‘बीजेपी भारत छोड़ो’ आंदोलन चलाएगी ममता बनर्जी

उन्होंने एलान किया कि वह भारतीय जनता पार्टी को खत्म करने के लिए

9 अगस्त से 30 अगस्त 2017 तक देशव्यापी ‘बीजेपी भारत छोड़ो’ आंदोलन चलाएगी.

ममता ने सभी दलों से इस आंदोलन को अपना समर्थन देने की आग्रह किया.

पूरे देश का नेतृत्व करने की है ख्वाइश

उन्होंने कहा कि हम रॉयल बंगाल टाइगर हैं इसलिए हमें (तृणमूल) पूरे देश का मार्गदर्शन करना है.

हम अपने राष्ट्र के लिए लड़ेंगे और पूरी मजबूती के साथ अपना पक्ष रखेंगे.

ममता ने मोदी सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि विरोधी दलों को डराया-धमकाया जा रहा है,

इसलिए तो नारदा मामला बंद नहीं हो रहा है.

उन्होंने कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन भी दिल्ली की सरकार की आंखों में खटक रहे हैं.

उन पर कभी भी कोई कार्रवाई हो सकती है.

2019 में भाजपा हो जाएगा सूपड़ा साफ

अपने चीर-परिचित उग्र स्वभाव से ममता बनर्जी ने रैली को संबोधित किया

तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ कर बंगाल से भगा दिया जायेगा.

उन्होंने कहा कि सारधा, नारदा मामले की आड़ में तृणमूल नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है,

मानहानि मुकदमे की दी धमकी

केंद्र की गुंडा सरकार यह सोच रही है कि ऐसा करके वह हमलोगों को अपमानित करेगा.

लेकिन, हम डरनेवाले नहीं हैं. हम भी उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगे.

उन्होंने कहा कि गुजरात और बांग्लादेश की तसवीरें दिखा कर पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़का रहे हैं.

ऐसी किसी भी कोशिश को नाकाम कर देंगे.

केंद्र सरकार पर पश्चिम बंगाल सरकार से भेदभाव करने का आरोप लगाया

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस गुजरात से आते हैं, वहां के हीरा पर 3 फीसदी टैक्स लगता है,

जबकि बंगाल के जीरा पर 14 फीसदी का टैक्स वसूला जाता है.

नोटबंदी से चौपट हो गयी अर्थव्यवस्था

दीदी ने कहा कि नोटबंदी के कारण बड़ी संख्या में उद्योग संस्थान बंद हो रहे हैं.

हमारे देश की अर्थव्यवस्था चैपट हो गयी है.

लोगों को नौकरी तो मिल नहीं रही है, उल्टे जो लोग कहीं काम कर रहे हैं, उनकी नौकरी छीन रही है.

बैंकों का एनपीए बढ़ रहा है. यह भविष्य के लिए खतरे के संकेत हैं.

देश में आपातकाल से ज्यादा बुरे हालात

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि आज देश में आपातकाल से ज्यादा बुरे हालात हैं.

चुन-चुन कर राजनीतिक दलों को निशाना बनाया जा रहा है.

“हमारी तरह नैतिकता का पालन करनेवाली कोई पार्टी देश में नहीं बची है”.

भविष्य की नयी दिशा तय करते हुए दीदी ने कहा कि आइए किसी भी तरह की सांप्रदायिक हिंसा को रोकने का हम आज संकल्प लें.

उनके इतना कहते ही वहां मौजूद जनसमूह ने हाथ उठा कर उनका गर्मजोशी के साथ समर्थन किया.

अगले वर्ष की शपथ ली

ममता ने कहा कि अगले वर्ष हम शहीदों की 25वीं बरसी मनायेंगे.

हम 21 जुलाई, 1993 के गोलीकांड में जान गंवानेवालों को श्रद्धांजलि देंगे.

यहां बताना प्रासंगिक होगा कि 21 जुलाई, 1993 को कोलकाता पुलिस की गोलियों के शिकार

हुए 13 युवाओ की याद में हर साल धर्मतल्ला में आयोजित होनेवाले इस सम्मेलन में लाखों लोग शामिल होते हैं.

दूर-दराज के अलग-अलग जिलों से भारी संख्या में लोग एक दिन पहले ही कोलकाता पहुंच जाते हैं.

ममता बनर्जी से पहले अभिषेक बंद्योपाध्याय, सुदीप बंद्योपाध्याय, पार्थ चटर्जी, सुब्रत मुखर्जी,

विनय बर्मन, बॉबी हाकिम, शुभेंदु अधिकारी और शांता क्षेत्री ने संबोधित किया.

इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के मशहूर गायक नचिकेता ने भी अपनी प्रस्तुति दी.

इससे पहले ममता बनर्जी द्वारा लिखित और स्वरबद्ध कविता लगातार बज रहा था.

– जहांगीर आलम (सदस्य : मंडे मॉर्निंग संपादकीय सलहकार समिति)

इसे भी पढ़ें

एक जिंदा इतिहास बन गया एकुश जुलाई (21 जुलाई)

Last updated: सितम्बर 4th, 2017 by Pankaj Chandravancee