अवैध वसूली पर ग्रामीण भड़के
नियामतपुर :- विभिन्न राज्यों से बंगाल में प्रवेश करने वाले मालवाहक चालको पर जोर-जबदस्ती जुर्माना लेने का आरोप लगाते हुये आसपास के ग्रामीणों ने रामपुर एमवीआई चेक पोस्ट पर जमकर हंगामा किया और एआरटीओ को ज्ञापन सौपा.
रामपुर एमवीआई चेकपोस्ट पर भड़के ग्रामीण
जानकारी के अनुसार कुल्टी थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 स्थित रामपुर एमवीआई चेकपोस्ट के अधिकारियो पर हमेशा ही मालवाहक चालको से जबरन पैसे वसूली का आरोप लगता रहा है. सोमवार(16 अक्टूबर) को लक्षमणपुर, बोडरा, सबनपुर आदि गाँवों के सैकड़ो महिला व पुरुष ग्रामीण ने विश्वजीत चटर्जी, बाबन मुखर्जी, अरविंद चट्टराज, अशोक मंडल के नेतृत्व में रामपुर एमवीआई चेक पोस्ट पर विरोध प्रदर्शन किया. तत्पश्चात एआरटीओ को ज्ञापन सौपा गया.
एमवीआई अधिकारी करते हैं अवैध वसूली , गुंडे पाल रखे हैं
मौके पर विश्वजीत चटर्जी जी ने कहा कि यहाँ के अधिकारियो द्वारा हमेशा ही दूर-दराज से आने वाले मालवाहक चालको को अपने गुर्गो द्वारा परेशान किया जाता है, वाहनों को रोककर अवैध वसूली की जाती है और यदि चालक रूपए देने में आनाकानी करता है तो इनके गुर्गे पिटाई तक कर देते है, ऐसा कई मामला पूर्व में घट चूका है, जिसपर चालको व ट्रांसपोर्ट एशोएसियेशन की तरफ से एफआईआर भी किया गया. लेकिन इन अधिकारियो पर कोई कार्यवाही नहीं होने के कारन इनका मनोबल अधिक बढ़ गया है और यह रातदिन यहाँ से गुजरने वाले वाहन चालको से जबरन अवैध वसूली करते है. जिसका हमलोग खुले तौर पर विरोध करते है. उन्होंने कहा कि अधिकारी स्थानीय लोगो की सहायता से गाडी पासिंग करा कर एक मोटी रकम अदायगी करते है।
कागजात सही होने पर भी किया जाता है परेशान
वहान चालको के सभी कागजात सही रहने के बावजूद उनपर स्पीड साउंड सहित कई प्रकार के केस बनाकर उनको हताश किया जाता है, जिससे राज्य सरकार के राजस्व को रोजाना लाखो रुपया का चुना लग रहा है. ये अधिकारी अब नहीं सुधरे तो इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों समेत राज्य सरकार को की जाएगी. यदि फिर भी मामला सही नहीं होता है तो स्थानीय लोग इससे भी बड़ी आन्दोलन को बाध्य होंगे.
डीएम, एसडीएम, कमिश्नर को कराया अवगत
आज की घटना को लेकर डीएम, एसडीएम, सीपी, कुल्टी थाना और चौरंगी फाड़ी को लिखित शिकायत दी गयी है. इस दौरान कुल्टी थाना पुलिस, चौरंगी फाड़ी प्रभारी मैनुल हक, कुल्टी ट्रैफिक गार्ड प्रभारी हरिशंकर यादव मौजूद रहकर स्थिति पर नियंत्रण बनाए हुए थे. इस विषय पर एआरटीओ सुदीप मजूमदार से मोबाईल द्वारा सम्पर्क किया गया लेकिन समाचार लिखे जाने तक उनसे बात नहीं हो पायी है.