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लच्छीपुर की तरह विकसित हो रहा डीबुडीह चेकपोस्ट

ग्राहकों के इन्तेजार में यौनकर्मी

कल्याणेश्वरी। झारखण्ड बंगाल सीमा पर स्थित डीबुडीह चेक पोस्ट का नाम दिनों दिन बदनाम गली के कोठा का रूप धारण करने लगी है, डीबुडीह चेक पोस्ट से लेकर चौरंगी तक आज देह व्यपार परवान पर है, जहाँ संध्या होते ही राजमार्ग के दोनों छोर पर जिस्म की बाजार सज जाती है। अमूमन इन देह बाजार की पिछले दो तीन सालों में काफी उन्नति हुई है, पहले बॉर्डर के समीप जहाँ 8 से 10 यौनकर्मी यहाँ देह व्यापार को पहुँचती थी, अब इसकी संख्या बढ़कर 500 से 600 तक पहुँच गयी है। कुल्टी थाना अंतर्गत पड़ने वाली इस राजमार्ग पर पूरी रात धड़ले से देह व्यापार का सञ्चालन किया जाता है।

 

आस पास के होटल भी कूद गए हैं इस व्यवसाय में

कोंडम पैकेट्स

इस नेक कार्य में यहाँ के कुछ लाइन होटल संचालक भी अब् कूद पड़े है, जिससे आम के आम और गुठलियों के दाम वाली कहावत यहाँ चरितार्थ हो रही है। अमूमन यहाँ के 99 प्रतिशत दुकानों एवं लाइन होटलों में अवैध शराब की बिक्री होती है, ऐसे में यौनकर्मियों को श्रेय देने वाले होटल संचालकों की प्रतिष्ठानों पर रात भर मनचलों की भीड़ लगी रहती है, साथ ही अब् कुछ लोग कमरा भी उपलब्ध कराने लगे है। हालांकि अमूमन इन इलाकों में देह व्यपार करने वाली यौनकर्मियों का अड्डा जंगल और झाड़ी ही है।ये सभी यौनकर्मी टोर्च लाइट के सहारे रात में ट्रक चालकों को अपनी और आकर्षित करती है, सौदा तय होने के बाद जंगलों में बनी आस्थाई झोपड़ी में पूरी रात देह बाजार परवान पर होती है।

पार्किंग निर्माण के बाद से बढ़ गयी है यहां वैश्या वृति

पार्किंग स्थल

स्थानीय लोग नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर बताते है कि डीबुडीह चेक पोस्ट के समीप वाहन पार्किंग यार्ड का निर्माण होने के बाद यहाँ यौनकर्मियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। साथ ही इस पार्किंग सैकड़ों की संख्या में हर वक्त ट्रक लगी रहने से यौनकर्मियों का सबसे बड़ा खरीददार ड्राइवर और क्लीनर होते है। हालांकि अब् इस व्यवसाय ने यहाँ विकराल रूप धारण कर लिया है। मैथन, कुमारधुबी, मुगमा,शिवलीबाड़ी, बालतोड़िया, बराकर, कुल्टी, कल्याणेश्वरी, रामनगर, बोडरा समेत अन्य क्षेत्रों के युवा यहाँ रात में रंगरलियाँ मनाने पहुँचने लगे है, जिससे यहाँ की बाजार की चमक दिनों दिन बढ़ती जा रही है।

सूत्र बताते है, की इस बाजार की चमक धमक में आस-पास के भी कुछ युवतियाँ व महिलायेंं अब् शामिल होने लगी है, ऐसे में अगर इस बाजार पर जल्द नकेल नहीं कसा गया तो यह क्षेत्र भी लक्षीपुर की तर्ज पर विकसित हो जाएगी।

लच्छीपुर बढ़ते यौनकर्मी एवं घटते ग्राहकों  से नए क्षेत्र का निर्माण हुआ

लक्षीपुर योनपल्ली में यौनकर्मियों की संख्या में दिनों-दिन हो रहें वृद्धि ने आज इस नए क्षेत्र को जन्म दे दिया है। जानकारों की माने तो लक्षीपुर ,दिशा और चभका में निरंतर ग्राहकों की कमी के बाद यौनकर्मियों को डीबुडीह इलाका रोजगार के लिए पहली पसंद बन चुकी है, यहाँ 100 रुपये से लेकर 500 रुपये तक की यौनकर्मी आसानी से उपलब्ध हो जाती है।

प्रशासन अनजान बनी हुई है

कुल्टी थाना तथा चौरंगी फांड़ी की ओर से यहाँ यूं तो रात में दर्जन भर नाईंट गार्ड तथा सीपीभीएफ जवान तैनात किया गया है किन्तु सुरक्षा में तैनात जवान जान कर भी अनजान बने हुए है। ऐसे में जवानों की विवशता या अनदेखी आज कई सवालों को जन्म दे रही है।

Last updated: अगस्त 27th, 2018 by Guljar Khan