Site icon Monday Morning News Network

दीपावली और काली पूजा को लेकर बाजारों में रौनक बढ़ी

प्रतिमाओं को दिया जा रहा अंतिम रूप

दीपावली और काली पूजा की तैयारीयाँ जोर-शोर से शुरू हो गई है. एक ओर जहां मूर्ति कलाकारों द्वारा माँ काली की प्रतिमाओं के निर्माण को अंतिम रूप दिया जा रहा है, सजाया-संवारा जा रहा है, वहीं लोग दीपावली की तैयारी में भी जुटे हैं. एक साथ दो महत्वपूर्ण त्योहार को लेकर माहौल उत्सवी बना हुआ है.

काली की प्रतिमाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा

काली पूजा को लेकर मूर्ति निर्माण के साथ-साथ काली मंदिरों की रंगाई-पुताई का कार्य भी जारी है. शहर के विभिन्न पूजा स्थलों पर भव्य पंडाल का निर्माण कार्य कुशल कारीगरों द्वारा शुरू कर दिया गया है. इस मौके पर कई जगहों पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, देवी जागरण एवं नाटक का मंचन किए जाने की भी तैयारी की जा रही है. त्यौहार को लेकर क्षेत्र के लोग अपने-अपने घरों में साफ सफाई व रंग रोगन का कार्य करने में जुटे हैं. विभिन्न काली मंदिरो में मां काली की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में कारीगर जुटे हैं. पूजा समितियाँ पूजा को भव्य बनाने में लगे हैं.

कुम्हारों की भी दीपावली अच्छी गुजरेगी

बाजारों में रंग-बिरंगी बत्तियां व झालर आ गए है और काफी किफायती दरो में उपलब्ध है. जिसकी खरीदारी के लिए लोगो में उत्साह देखा जा रहा है. दूसरी तरफ काफी संख्या में इस बार लोग मिटटी से निर्मित खुबसूरत और आकर्षक दिये भी खरीद रहे है. जिससे इस बार लग रहा है कि शायद उन गरीब कुम्हारों की भी दीपावली अच्छी गुजरेगी. पुराणी मान्यताओ के अनुसार दीपावली के दिन दूकानदार अपनी बही-खाते को बदलकर नए खाते की शुरुआत करते है. उन्ही परम्पराओ पर चलते हुए दीपावली से दुकानदारो का नया लेखाजोखा भी शुरू होता है, इसे लेकर सभी दुकानों में साफ़ सफाई व रंग-पैन्ट का कार्य जारी है.

जुआ का खेल भी शुरू

दीपावली पर्व के नजदीक आते ही क्षेत्र में जुआ का खेल भी चरम पर है, संध्या होते ही लोग जुआ अड्डा में अपनी किस्मत आजमाने के लिए रात भर लगे रहते हैं. ऐसी जगहों पर जुआ खेलने वाले लोगों के लिए जुआ संचालक मांस व मदिरा का सेवन कराते हैं. प्रति दिन लाखों रुपये की हार-जीत होने की चर्चा है.

Last updated: अक्टूबर 17th, 2017 by News Desk