तीन दिवसीय भारतीय आर्थिक परिषद का 102 वां कॉन्फ्रेंस, छत्तीसगढ़ के रायपुर में , मधुपुर से प्राचार्य ने भी दिये वक्तव्य
छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय भारतीय आर्थिक परिषद के 102 वें कॉन्फ्रेंस में मधुपुर महाविद्यालय मधुपुर के प्राचार्य डॉ० पशुपति कुमार राय, वाणिज्य विभाग के रामचंद्र झा ने हिस्सा लिया। इस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने भारतीय कृषकों में आत्महत्याओं के बढ़ते कारणों के परिप्रेक्ष्य में अपना पेपर प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि भारत सरकार के ऊपराष्ट्रपति वैंकया नायडू छत्तीसगढ़ के राज्यपाल अनुसुइया ,छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया। मौके पर मधुपुर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० पी के राय ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत करते हुए कहा कि किसानों की आर्थिक व्यवस्था पर बल देते हुए उनके कारणों एवं समाधान का सांगोपांग विवेचना प्रस्तुत की, जिसकी सभी ने भूरि भूरि प्रशंसा की ।
वाणिज्य विभाग के रामचंद्र झा ने अपना पत्र प्रस्तुत करते हुए कहा कि वर्ष 2018 में सिर्फ महाराष्ट्र में 10 किसानों की आत्महत्या प्रतिदिन औसत से हुई। इसके अलावा उड़ीसा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ का भी विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ० मनमोहन सिंह ने कृषक आयोग की स्थापना की थी, इसके अतिरिक्त उनके खेतों में सिंचाई उपलब्ध कराने हेतु पर्याप्त सहयोग की नीति अपनाई गई है।
वर्तमान प्रधानमंत्री ने भी किसानों की आय दोगुनी करने की नीति पर काम कर रहे हैं जिससे उनके दुःखों का अंत हो सके।
बताते चलें कि इस कॉन्फ्रेंस में भारत के विभिन्न राज्यों व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अर्थशास्त्रियों ने भी विभिन्न विषयों पर अपना विचार व्यक्त किया।
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