अंडाल रेलवे स्टेशन के निकट एक मंदिर में स्थित करीब 100 साल पुराने बरगद के पेंड को काट दिया गया। लोगों ने बताया कि इस व्रिक्ष को वे बचपन से देखते आ रहे थे, ये Ficus virens भारत एवं दक्षिण पूर्व एशिया, मलेशिया के माध्यम से और उत्तरी ऑस्ट्रेलिया में पाए जाने वाले Ficus जीनस का एक व्रिक्ष है। इसका सामान्य नाम सफेद अंजीर है, इसे स्थानीय भाषा में “पिलखान” के रूप में जाना जाता है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इतने पुराने व्रिक्ष को इसे मंदिर की खूबसूरती बढ़ाने के नाम पर काट दिया गया। एक व्रिक्ष को लगाने में ओर खड़ा करने में वर्षों लग जाते हैं और उसे किसी भी तरह से काट देना अमानवीय है।
आज कल लकड़ी के लिए कितने ही व्रिक्ष काट दिए जा रहर हैं, अगर इसे जल्द न रोका गया और व्रिक्ष कि संख्या को न बढ़ाया गया तो आगे आने वाले समय में पूरी परिस्तितिकी तंत्र खतरे में पड़ जाएगी।