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ईसीएल प्रबंधन की सुरक्षा में लापरवाही ने ली ठेका श्रमिक की जान

शव पर पुष्प देते सुजीत सरकार

शव पर पुष्प देते क्षेत्रीय महाप्रबंधक सुजीत सरकार

ईसीएल प्रबंधन की सुरक्षा में लापरवाही से एक ठेका श्रमिक की जान चली गयी।
ईसीएल सोदपुर क्षेत्र के बैजडीह कोलियरी में घटी घटना ।

काम करते समय चाल गिरने से घायल हुआ ठेका श्रमिक

बुधवार(6 सितंबर) को खदान में काम करते समय एक ठेका श्रमिक अजाद खान के ऊपर चाल टूटकर गिर गयी।
इस घटना के बिषय पर मृतक अजाद खान के एक साथी जहाँगीर खान ने बताया कि
हम दोनों बैजडीह कोलियरी ऑफिस पाड़ा से कार्य करने बुधवार कि सुबह 10 बजे गए थे.
जिसके बाद 10:40 मिनट पर हम खदान में साबल रखने गए,
तभी उपरी छोर का चाल टूट कर गिरने से पूरी तरह घायल हो गया.
चाल गिरने से वे पूरी तरह से घायल हो गए थे, जिसको संक्तोडिया स्थित ईसीएल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
जहां से उसकी गम्भीर हालत को देखते हुए आसनसोल स्थित एचएलजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया.

इलाज के दौरान हो गयी मृत्यु

एचएलजी अस्पताल में इलाज के दौरान शुक्रवार(8 सितंबर) की देर संध्या उसकी मृत्यु हो गई.

लोगों ने शव के साथ किया आंदोलन

शव को लेकर शनिवार को बैजडीह कोलियरी प्रवन्धक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया।
स्थानीय लोगो,श्रमिक व जेसीसी सदस्यों ने जोरदार प्रदर्शन किया .

प्रदर्शनकारियों ने मुआवजे की मांग की

प्रदर्शन कर रहे लोगों ने ईसीएल प्रबंधन पर सुरक्षा में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
सभी प्रदर्शंकारी मृतक श्रमिक के परिजनों को मुआवजा व नियोजन की मांग कर रहे थे.

घंटों बाद बनी सहमति

घंटो बाद जेसीसी सदस्यों, स्थानीय लोगो एवं प्रवन्धक के मध्य बैठक हुई.
जिसमे ईसीएल प्रबंधन द्वारा दस हजार रुपये अंतिम संस्कार के लिए दिए जाने के साथ ही उचित मुआवजा का आश्वासन दिया गया.

मुआवजे के आश्वासन के बाद समाप्त हुआ प्रदर्शन

मुआवजे के आश्वासन के बाद शव को उठा कर प्रदर्शन समाप्त किया गया.
इस मौके पर सोदपुर क्षेत्रीय महाप्रवन्धक सुजीत सरकार ने बताया कि जेसीसी सदस्यों द्वारा मुआवजे के तौर पर मृतक के आश्रितों को 12 लाख रूपए देने का मांग किया गया था, जिस पर प्रवन्धक द्वारा उचित अस्वासन मिलने के बाद प्रदर्शन समाप्त किया गया.
साथ ही हमलोगों कि ओर से 10 हजार रूपए भी तत्काल जरूरतों के लिए दिया गया.

पत्नी को उसके क्षमता अनुसार कार्य दिये जाने पर भी बनी सहमति

ठेका श्रमिक के रूप में कार्य कर रहे आजाद खान के रिक्त स्थान पर उसकी पत्नी को उसके क्षमता अनुसार कार्य दिये जाने का भी मांग किया गया है, जिस पर सहमती बनी है.

जिससे बाद हमने चाला हटाया और इसकी जानकारी अन्य श्रमिको को दी जिसके बाद बाहर निकला और अस्पताल भेजा गया.
जिसका शुक्रवार कि देर संध्या आजाद खान 33 वर्षीय कि आसनसोल एचएलजी अस्पताल में मृत्यु हो गई.
वही श्रमिको ने ईसीएल प्रबंधन पर सुरक्षा के प्रति लापरवाही का आरोप लगाया है.

Last updated: सितम्बर 11th, 2017 by News Desk