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आसनसोल दंगों की जांच के लिए एबीवीपी मैथन इकाई पहुंची पुलिस

फाइल फोटो (रानीगंज दंगों के बाद इलाके में गस्ती लगाती पुलिस)

फाइल फोटो (रानीगंज दंगों के बाद इलाके में गस्ती लगाती पुलिस)

पंचेत : रानीगंज और आसनसोल दंगा के तार को लेकर जाँच के सिलसिले में पश्चिम बंगाल पुलिस अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मैथन इकाई तक पहुँच गयी एवं कार्यकर्ताओं से लंबी पूछताछ की । गुरुवार और शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के सालानपुर एवं कल्याणेश्वरी पुलिस मैथन पहुँचकर अभाविप कार्यकर्ताओं से पूछताछ किया। पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा इस मामले का तार मैथन इकाई के कार्यकर्ताओं के उपर जोड़ने से कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है। कार्यकर्ताओं द्वारा पूरे विषय की जानकारी प्रदेश संगठन मंत्री याज्ञवल शुक्ला सहित विभिन्न माध्यमों से राज्य सरकार को भेजा गया है।

23 से 27 मार्च तक मैथन में एबीवीपी की बैठक चली थी

जानकारी हो कि 23 से 25 मार्च तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश सहित कई प्रांतों के पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय अभ्यास वर्ग डीवीसी मैथन के मजूमदार निवास में आयोजित हुआ था। 25 मार्च को समापन समारोह के दौरान धनबाद के सांसद पशुपतिनाथ सिंह सहित संगठन के कई कार्यकर्ता अतिथि भोज में भी भाग लिया। 26 मार्च को विभिन्न प्रांतों से पहुँचे पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं का विदाई किया गया। 27 मार्च को स्थानीय मैथन इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा कार्यक्रम के सफल संचालन एवं आय व्यय को लेकर मजूमदार निवास में ही बैठक चल रही थी। बैठक में प्रदेश के संगठन मंत्री याज्ञवल शुक्ला, प्रदेश मंत्री रौशन कुमार सहित काफी संख्या में स्थानीय कार्यकर्ता उपस्थित थे। इसी बीच पश्चिम बंगाल के रानीगंज में दो पक्षों के बीच दंगा हो गया।

शक के आधार पर पुलिस जाँच करने पहुँची

दंगा के बाद काफी संख्या में पश्चिम बंगाल पुलिस मजूमदार निवास पहुँची। यहाँ बैठक कर रहे करीब एक दर्जन से अधिक की संख्या में कार्यकर्ताओं से लंबी पूछताछ किया गया। उनके बारे में विस्तृत जानकारी भी पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा प्राप्त किया गया। पूछताछ के दौरान एग्यारकुण्ड प्रखंड के बीडीओ अनंद कुमार, मैथन ओपी प्रभारी पीडी मेहरा सहित अन्य पहुँचे। उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि कार्यक्रम की विधिवत सूचना धनबाद जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय प्रशासन को दिया गया था। उक्त छात्र संगठन द्वारा यहाँ चिंतन बैठक किया जा रहा था। जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस लौट गई। पश्चिम बंगाल के सलानपुर थाना प्रभारी ए गांगुली, कल्याणेश्वरी प्रभारी पलाश मंडल सहित अन्य पुलिस कार्यकर्ताओं की खोजबीन करने लगे। स्थानीय कार्यकर्ता ने पहुँचकर पश्चिम बंगाल पुलिस के हर सवालों का जवाब दिया और कहा कि पश्चिम बंगाल पुलिस मामले की जाँच करा लें। किसी भी तरह से कोई अप्रिय घटना में कहीं कोई संलिप्ता नहीं हैं।

भाजपा नेताओं ने जताया विरोध

बंगाल पुलिस द्वारा लगातार स्थानीय छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं एवं छात्रों पर दबाव बनाए जाने के बाद रोष व्याप्त है। छात्र संगठनों की सूचना पर भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य विनय सिंह, भाजपा नेता मधुरेंद्र गोस्वामी सहित अन्य मैथन पहुँचकर पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा स्थानीय कार्यकर्ताओं पर इस तरह का दबाव बनाए जाने पर रोष प्रकट किया। कहा कि पुलिस को मामले की तह तक जाना चाहिए। सभी कार्यकर्ता स्थानीय है एवं उन्हें बंगाल के किसी भी घटना से कोई लेनादेना नहीं है। पुलिस किसी भी तरह का जाँच करें, स्थानीय कार्यकर्ता हर जाँच में उनका सहयोग करेंगे। लेकिन पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा राजनीतिक दबाब में आकर बेवजह छात्रों को परेशान किया जा रहा है।

जाँच में पुलिस को कुछ भी हाथ नहीं लगा .

इस संबंध में मैथन आपी प्रभारी पीडी मेहरा ने कहा कि मजूमदार निवास में आयोजित कार्यक्रम की संपूर्ण जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन को थी. पश्चिम बंगाल में दो पक्षों में झड़प व हिंसा हुई है। इसी मामले में पुलिस दो बार जाँच पड़ताल करने के लिए पहुँची। लेकिन मैथन के छात्र संगठन के सदस्यों द्वारा बंगाल के कोई घटना से दूर दूर तक कोई मतलब नहीं है सभी छात्र स्थानीय है. पूर्व कार्यकर्ता एवं वर्तमान कार्यकर्ता होने के नाते सभी लोग विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रम में सहयोग कर रहे थे।

Last updated: मार्च 31st, 2018 by Sanjay Burman